विस्मयादिबोधक का अर्थ है - विस्मय ( आश्चर्य ) आदि भावों का बोध कराने वाला अर्थात जिन अव्यय शब्दों से हर्ष, शोक, भय, क्रोध, आश्चर्य, घृणा आदि भाव व्यक्त होते हैं, उन्हें विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं। इनका संबंध वाक्य के किसी पद से नहीं होता । इन्हें 'द्योतक' भी कहते हैं।
जैसे:-
वाह, काश, शाबाश, राम-राम, हाय आदि।
वाह ! बहुत अच्छा।
विस्मयादिबोधक के भेद:-
1 हर्ष बोधक -
इससे हर्ष के भाव का बोध होता है।
2 शोक बोधक -
इससे शोक के भाव का बोध होता है ।
3 आश्चर्य बोधक -
इससे आश्चर्य के भाव का बोध होता है ।
4 तिरस्कार बोधक -
इससे तिरस्कार अथवा घृणा का भाव पैदा होता है ।
5 स्वीकार बोधक -
इसे स्वीकार करने के भाव का बोध होता है ।
6 आशीर्वाद बोधक -
इससे आशीर्वाद देने का भाव व्यक्त होता है ।
7 संबोधन बोधक -
इससे किसी को संबोधित किया जाता है।
8 अभिवादन बोधक -
इससे सामने वाले का अभिवादन किया जाता है।
9 क्रोध सूचक -
इससे क्रोध का भाव प्रकट होता है ।
10 प्रोत्साहन बोधक -
इससे किसी की हौसला बढ़ाई जाती है। उसे प्रोत्साहित किया जाता है |
11 ग्लानि बोधक -
इससे किसी पर ग्लानि के भाव का बोध होता है।
12 सावधानता सूचक -
इससे किसी को सचेत/सावधान किया जाता है।
विशेष :-
- संज्ञा - भगवान ! सबका भला करे ।
- सर्वनाम - क्या! तुम स्कूल में नहीं थे।
- विशेषण - भला तुम पास हो गए।
निपात
निपात की परिभाषा
जो अव्यय किसी शब्द अथवा पद के बाद लगकर उसके अर्थ में विशेष बल भर देते हैं, उन्हें निपात या अवधारक अव्यय कहते हैं।
मूलत: निपात का प्रयोग अव्ययों के लिए होता है। लेकिन ये शुद्ध अवयव नहीं होते। इनका कोई लिंग, वचन नहीं होता। निपातों का प्रयोग निश्चित शब्द, शब्द समूह या पूरे वाक्य को अन्य ( अतिरिक्त) भावार्थ प्रदान करने के लिए होता है। निपात सहायक शब्द होते हुए भी वाक्य के अंग नहीं होते। पर वाक्य में उनके प्रयोग से उस वाक्य का समग्र अर्थ प्रभावित होता है। निपात के प्रयोग से वाक्य के भाव में विशेष अंतर आ जाता है। कहने वाले की बात में बल आ जाता है। वैसे भी निपात का प्रयोग किसी नियम के अधीन नहीं है, इसका प्रयोग वाक्य में कहीं भी किया जा सकता है। परंतु हिंदी में अधिकांशतः निपात उस शब्द या शब्द समूह के बाद आती हैं जिनको वह विशिष्टता या बल प्रदान करते हैं।
जैसे:- राम ने ही रावण को मारा था।
निपात के प्रकार
1 स्वीकार बोधक - हां, जी, जी हां।
2 नकारात्मक बोधक - नही, जी नहीं, न।
3 प्रश्न बोधक - क्या।
4 निषेध बोधक - मत।
5 विस्मयादिबोधक - क्या, काश।
6 तुलना बोधक - सा, जैसा।
7 अवधारणा बोधक - लगभग, ठीक, करीब, तकरीबन।
8 बलप्रदायक - भर, तक, सिर्फ, केवल, तो, ही।
9 आदर बोधक- जी।